खुद को वो चाहे लाख मुकमल समझे

खुद को वो चाहे लाख मुकमल समझे

खुद को वो चाहे लाख मुकमल समझे,
लेकिन मेरे बिना वो मुझे अधूरा ही लगती है।


Khud ko vo chaahe laakh mukamal samajhe,
Lekin mere bina vo mujhe adhoora hee lagatee hai.