खुद को जला के रोशन किया मैंने अपनी मोहब्बत को

खुद को जला के रोशन किया मैंने अपनी मोहब्बत को

खुद को जला के रोशन किया मैंने अपनी मोहब्बत को,
ओर महफ़िल में लोग उन्हें कहते हे वाह क्या चाँद सी सूरत है


Khud ko jala ke roshan kiya mainne apanee mohabbat ko,
Or mahafil mein log unhen kahate he vaah kya chaand see soorat hai