खामोशी हल नहीं मसलों का

खामोशी हल नहीं मसलों का

खामोशी हल नहीं मसलों का

खामोशी हल नहीं मसलों का,
गुफ़्तगू हर दरवाजे खोल देती है...!


Khaamoshee hal nahin masalon ka,
Guftagoo har daravaaje khol detee hai...!