खामोशी समझदारी भी है और मजबूरी भी

खामोशी समझदारी भी है और मजबूरी भी

खामोशी समझदारी भी है और मजबूरी भी...
कहीं नज़दीकियां बढ़ाती है और कहीं दूरी भी...!!


Khaamoshee samajhadaaree bhee hai aur majabooree bhee...
Kaheen nazadeekiyaan badhaatee hai aur kaheen dooree bhee...!!