ख़ुदगर्ज़ बना देती है तलब की शिद्दत भी

ख़ुदगर्ज़ बना देती है तलब की शिद्दत भी

ख़ुदगर्ज़ बना देती है तलब की शिद्दत भी...
प्यासे को कोई दूसरा प्यासा नहीं लगता...!!


Khudagarz bana detee hai talab kee shiddat bhee...
Pyaase ko koee doosara pyaasa nahin lagata...!!