क्या काशी, क्या हरिद्वार सब है बेकार,

क्या काशी, क्या हरिद्वार सब है बेकार,

क्या काशी, क्या हरिद्वार सब है बेकार,
माता-पिता के चरणों में ही हैं मुक्ति का द्वार.


Kya kaashee, kya haridvaar sab hai bekaar,
Maata-pita ke charanon mein hee hain mukti ka dvaar.