क्या अजीब सी ज़िद है हम दोनों की

क्या अजीब सी ज़िद है हम दोनों की

क्या अजीब सी ज़िद है..
हम दोनों की,
तेरी मर्ज़ी हमसे जुदा होने की..
और मेरी तेरे पीछे तबाह होने की......


Kya ajeeb see zid hai..
Ham donon kee,
Teree marzee hamase juda hone kee..
Aur meree tere peechhe tabaah hone kee......