कुछ शिकवे ऐसे थे साहिब

कुछ शिकवे ऐसे थे साहिब

कुछ शिकवे ऐसे थे साहिब

कुछ शिकवे ऐसे थे साहिब,
जो खुद ही कहे और खुद ही सुने।


Kuchh shikave aise the saahib,
Jo khud hee kahe aur khud hee sune.