कुछ नहीं होगा तो आँचल में छुपा लेगी मुझे

कुछ नहीं होगा तो आँचल में छुपा लेगी मुझे

कुछ नहीं होगा तो आँचल में छुपा लेगी मुझे
माँ कभी सर पे खुली छत नहीं रहने देगी


Kuchh nahin hoga to aanchal mein chhupa legee mujhe
Maan kabhee sar pe khulee chhat nahin rahane degee