कुछ नये सपने उसी के देखना है फिर मुझे Admin / Aug 04, 2021 कुछ नये सपने उसी के देखना है फिर मुझे कुछ नये सपने उसी के देखना है फिर मुझे, सो गया हूँ मैं बहा कर जिसकी यादें आँख से। Kuchh Naye Sapne Usi Ke Dekhna Hai Phir Mujhe, So Gaya Hun Main BahaKar Jiski Yaadein Aankh Se. Shayari Kuch Shayari Yaad Shayari