कुछ दिखावटी कुछ असलियत है जिंदगी

कुछ दिखावटी कुछ असलियत है जिंदगी

कुछ दिखावटी कुछ असलियत है जिंदगी...
मर रही है इंसानियत और बढ़ रही है गंदगी...!!


Kuchh dikhaavatee kuchh asaliyat hai jindagee...
Mar rahee hai insaaniyat aur badh rahee hai gandagee...!!