कुछ तो अलग है शख्सियत उसकी वरना

कुछ तो अलग है शख्सियत उसकी वरना

कुछ तो अलग है शख्सियत उसकी वरना,
इतनी भीड़ में एक वही अपना-सा क्यों लगा


Kuchh to alag hai shakhsiyat usakee varana,
Itanee bheed mein ek vahee apana-sa kyon laga