कुछ ठोकरों के बाद नजाकत आ गयी मुझमे

कुछ ठोकरों के बाद नजाकत आ गयी मुझमे

कुछ ठोकरों के बाद, नजाकत आ गयी मुझमे...
अब दिल के मशवरों पे, मैं भरोसा नहीं करती...!!


Kuchh thokaron ke baad, najaakat aa gayee mujhame...
Ab dil ke mashavaron pe, main bharosa nahin karatee...!!