कितनी दुनिया है मुझे ज़िन्दगी देने वाली

कितनी दुनिया है मुझे ज़िन्दगी देने वाली

कितनी दुनिया है मुझे ज़िन्दगी देने वाली,और एक ख्वाब है तेरा की जो मर जाता है
खुद को तरतीब से जोड़ूँ तो कहा से जोड़ूँ,मेरी मिट्टी में जो तू है की बिखर जाता है !!


Kitanee duniya hai mujhe zindagee dene vaalee,aur ek khvaab hai tera kee jo mar jaata hai
Khud ko tarateeb se jodoon to kaha se jodoon,meree mittee mein jo too hai kee bikhar jaata hai !!