कितना अजीब है लोगों का

कितना अजीब है लोगों का

कितना अजीब है लोगों का
अंदाज़-ए-मोहब्बत
रोज़ एक नया ज़ख्म देकर कहते हैं
अपना ख्याल रखना।


Kitna Ajeeb Hai Logon Ka
Andaaz-E-Mohabbat
Roz Ek Naya Zakhm Dekar Kahte Hain
Apna Khyaal Rakhna.