काश तक़दीर भी होती ज़ुल्फ़ की तरह

काश तक़दीर भी होती ज़ुल्फ़ की तरह

काश तक़दीर भी होती ज़ुल्फ़ की तरह...
जब जब बिखरती तब तब सवार लेते...!!


Kaash taqadeer bhee hotee zulf kee tarah...
Jab jab bikharatee tab tab savaar lete...!!