कहनी हो जो भी बात बेबाक कहा कर

कहनी हो जो भी बात बेबाक कहा कर

कहनी हो जो भी बात बेबाक कहा कर

कहनी हो जो भी बात बेबाक कहा कर...
दहशत के साथ हक़ की हिमायत नही होती...!!


Kahanee ho jo bhee baat bebaak kaha kar...
Dahashat ke saath haq kee himaayat nahee hotee...!!