कभी कुछ रिश्ते इस कदर घायल कर देंते है

कभी कुछ रिश्ते इस कदर घायल कर देंते है

कभी कुछ रिश्ते इस कदर घायल कर देंते है

कभी कुछ रिश्ते इस कदर घायल कर देंते है,
की अपने ही घर लौट पाना मुश्किल हो जाता है।


Kabhee kuchh rishte is kadar ghaayal kar dente hai,
Kee apane hee ghar laut paana mushkil ho jaata hai.