ऐ खुदा हिचकियों में कुछ तो फर्क डाला होता

ऐ खुदा हिचकियों में कुछ तो फर्क डाला होता

ऐ खुदा हिचकियों में कुछ तो फर्क डाला होता,
अब कैसे पता करूँ कि कौनसी वाली याद कर रही है।


Aye Khuda Hichkiyon Mein Kuchh Toh Farq Dala Hota,
Ab Kaise Pata Karun Ki Kaun Si Wali Yaad Kar Rahi Hai.