एहसान किसी का वो रखते नहीं मेरा भी चुका दिया

एहसान किसी का वो रखते नहीं मेरा भी चुका दिया

एहसान किसी का वो रखते नहीं मेरा भी चुका दिया,
जितना खाया था नमक मेरा मेरे जख्मों पे लगा दिया।


Ehsaan Kisi Ka Woh Rakhte Nahi Mera Bhi Chuka Diya,
Jitna Khaya Tha Namak Mera Mere Zakhmo Pe Laga Diya.