उड़ भी ना पाऊं और परिंदा रहूं Pradeep / Jan 31, 2022 उड़ भी ना पाऊं और परिंदा रहूं उड़ भी ना पाऊं और परिंदा रहूं जख्म इतना दो की मैं जिंदा रहूं Ud bhee na paoon aur parinda rahoon Jakhm itana do kee main jinda rahoon Shayari Sad Shayari Zakhm Shayari