इश्क़ में अपने हिस्से का पिज्जा भी खिलाना पड़ता है

इश्क़ में अपने हिस्से का पिज्जा भी खिलाना पड़ता है

इश्क़ नहीं आसान, बस इतना समझ लीजिये,
इश्क़ में अपने हिस्से का पिज्जा भी खिलाना पड़ता है.


Ishq nahin aasaan, bas itana samajh leejiye,
Ishq mein apane hisse ka pijja bhee khilaana padata hai.