इश्क़ का दर्द हम पहचानते हैं

इश्क़ का दर्द हम पहचानते हैं

इश्क़ का दर्द हम पहचानते हैं

इश्क़ का दर्द हम पहचानते हैं,
ज़िंदगी के ग़मों अच्छे से जानते हैं,
अब तो आपकी दोस्ती का ही सहारा है,
तभी तो ग़मों को भुला के हँसके जीना जानते हैं.


Ishq ka dard ham pahachaanate hain,
Zindagee ke gamon achchhe se jaanate hain,
Ab to aapakee dostee ka hee sahaara hai,
Tabhee to gamon ko bhula ke hansake jeena jaanate hain.