इश्क ज़िस्मानी खेल बन के रह गया Admin / Aug 25, 2024 इश्क ज़िस्मानी खेल बन के रह गया इश्क ज़िस्मानी खेल बन के रह गया,,, पनघट किनारे इंतजार के ज़माने चले गये...... Ishk zismaanee khel ban ke rah gaya,,, Panaghat kinaare intajaar ke zamaane chale gaye...... Shayari 2 Line Shayari Intazaar Shayari Khel Shayari