आफत है तेरे खत के फाड़े हुये पुर्जे,

आफत है तेरे खत के फाड़े हुये पुर्जे,

आफत है तेरे खत के फाड़े हुये पुर्जे,
रख्खे भी नहीं जाते फेंके भी नहीं जाते।।


Aaphat hai tere khat ke phaade huye purje,
Rakhkhe bhee nahin jaate phenke bhee nahin jaate..