आज का इश्क़ हैसियत देखता है साहिब

आज का इश्क़ हैसियत देखता है साहिब

आज का इश्क़ हैसियत देखता है साहिब...
वो दौर अलग था, जब रूह से इश्क़ होता था.....!!


Aaj ka ishq haisiyat dekhata hai saahib...
Vo daur alag tha, jab rooh se ishq hota tha.....!!