आग लगाना मेरी फितरत में नही है

आग लगाना मेरी फितरत में नही है

आग लगाना मेरी फितरत में नही है ..
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर ..!!


Aag lagaana meree phitarat mein nahee hai ..
Meree saadagee se log jalen to mera kya kasoor ..!!