अल्फ़ाज कहाँ से लाऊं तेरी बंदगी के मैं

अल्फ़ाज कहाँ से लाऊं तेरी बंदगी के मैं

अल्फ़ाज कहाँ से लाऊं तेरी बंदगी के मैं
महसुस होकर बिछड़ जाते हो बिल्कुल हवा की तरह।


Alfaaj kahaan se laoon teree bandagee ke main
Mahasus hokar bichhad jaate ho bilkul hava kee tarah.