अब कहां दुआओं में वो बरकतें वो नसीहतें वो हिदायतें

अब कहां दुआओं में वो बरकतें वो नसीहतें वो हिदायतें

अब कहां दुआओं में वो बरकतें, वो नसीहतें, वो हिदायतें,
अब तो बस जरूरतों के जुलुस हैं, मतलबों के सलाम हैं !!


Ab kahaan duaon mein vo barakaten, vo naseehaten, vo hidaayaten,
Ab to bas jarooraton ke julus hain, matalabon ke salaam hain !!