अनपढ़ लोगो की वजह से ही हमारी मातृभाषा बची हुई हैं साहब

अनपढ़ लोगो की वजह से ही हमारी मातृभाषा बची हुई हैं साहब

अनपढ़ लोगो की वजह से ही हमारी मातृभाषा बची हुई हैं साहब
वरना पढ़े हुए कुछ लोग तो राम राम बोलने में भी शरमाते हैं !


Anapadh logo kee vajah se hee hamaaree maatrbhaasha bachee huee hain saahab
Varana padhe hue kuchh log to raam raam bolane mein bhee sharamaate hain !