अजब ये मुल्क़ है ऐसा हम जहाँ पे रहते हैं

अजब ये मुल्क़ है ऐसा हम जहाँ पे रहते हैं

अजब ये मुल्क़ है ऐसा हम जहाँ पे रहते हैं...
इश्क़ छुपके यहाँ, नफ़रत खुलेआम होती है...!!


Ajab ye mulq hai aisa ham jahaan pe rahate hain...
Ishq chhupake yahaan, nafarat khuleaam hotee hai...!!