अंजान अगर हो तो गुज़र क्यूँ नहीं जाते

अंजान अगर हो तो गुज़र क्यूँ नहीं जाते

अंजान अगर हो तो गुज़र क्यूँ नहीं जाते,
पहचान रहे हो तो ठहर क्यूँ नहीं जाते।


Anjaan agar ho to guzar kyoon nahin jaate,
Pahachaan rahe ho to thahar kyoon nahin jaate.