हमारी किस्मत ही कुछ ऐसी निकली ग़ालिब

हमारी किस्मत ही कुछ ऐसी निकली ग़ालिब

हमारी किस्मत ही कुछ ऐसी निकली ग़ालिब,
ज़मीन मिली तो बंजर और एडमिन मिला तो कंजर।


Humari Kismat Hi Kuchh Aisi Nikli Ghalib,
Zameen Mili Toh Banjar Aur Admin Mila Toh Kanjar.