शीशे सा बदन लेकर यूँ

शीशे सा बदन लेकर यूँ

शीशे सा बदन लेकर यूँ
निकला ना करो राहों में,
पत्थर से छुपे होते हैं
यहाँ लोगों की निगाहों में।


Sheeshe Sa Badan Lekar Yun
Nikla Na Karo Raahon Mein,
Patthar Se Chhupe Hote Hain,
Yahan Logo Ki Nigaaho Mein.