वैसे ही कुछ कम नहीं थे बोझ दिल पर

वैसे ही कुछ कम नहीं थे बोझ दिल पर

वैसे ही कुछ कम नहीं थे, बोझ दिल पर;
और, कम्बख़्त ये दर्जी भी, जेब बायीं ओर सिल देता है


Vaise hee kuchh kam nahin the, bojh dil par;
Aur, kambakht ye darjee bhee, jeb baayeen or sil deta hai