लाखो खर्च करके भी सुकून नही पाता है,

लाखो खर्च करके भी सुकून नही पाता है,

लाखो खर्च करके भी सुकून नही पाता है,
जो सुकून गंगा किनारे एकांत में बैठकर आता है.


Laakho kharch karake bhee sukoon nahee paata hai,
Jo sukoon ganga kinaare ekaant mein baithakar aata hai.