तेरे कुछ ख़्वाब जनाज़े हैं मेरी आँखों में

तेरे कुछ ख़्वाब जनाज़े हैं मेरी आँखों में

तेरे कुछ ख़्वाब जनाज़े हैं मेरी आँखों में

तेरे कुछ ख़्वाब जनाज़े हैं मेरी आँखों में.
वो जनाज़े जो कभी घर से उठाए न गए.......!!


Tere kuchh khvaab janaaze hain meree aankhon mein.
Vo janaaze jo kabhee ghar se uthae na gae.......!!