तूफानों ​की दुश्मनी से न बचते तो खैर थी

तूफानों ​की दुश्मनी से न बचते तो खैर थी

तूफानों ​की दुश्मनी से न बचते तो खैर थी

तूफानों ​की दुश्मनी से न बचते तो खैर थी​,
​साहिल से दोस्तों के भरम ने डुबो दिया​।


Toophaanon ​kee dushmanee se na bachate to khair thee​,
​saahil se doston ke bharam ne dubo diya​.