कुछ ख़्वाहिशें कुछ हसरतें अभी बाक़ी हैं

कुछ ख़्वाहिशें कुछ हसरतें अभी बाक़ी हैं

कुछ ख़्वाहिशें कुछ हसरतें अभी बाक़ी हैं,
टूटकर भी क्यों लगता है टूटना अभी बाकी है...!


Kuchh khvaahishen kuchh hasaraten abhee baaqee hain,
Tootakar bhee kyon lagata hai tootana abhee baakee hai...!