कब तक तरसता रहूँ मैं तुमसे बात करने के लिये

कब तक तरसता रहूँ मैं तुमसे बात करने के लिये

कब तक तरसता रहूँ मैं, तुमसे बात करने के लिये
कोई ऐसा ज़ख्म दो कि मेरी साँसें टूट जायें.....


Kab tak tarasata rahoon main, tumase baat karane ke liye
Koee aisa zakhm do ki meree saansen toot jaayen.....