आ भी जाओ की तमन्नाओं की रुत ढल न जाये

आ भी जाओ की तमन्नाओं की रुत ढल न जाये

आ भी जाओ की तमन्नाओं की रुत ढल न जाये,
रंग दो ये बदन जब तलक सतरंगी न हो जाये,


Aa bhee jao kee tamannaon kee rut dhal na jaaye,
Rang do ye badan jab talak satarangee na ho jaaye,