आज तक उस थकान से दुख रहा है बदन

आज तक उस थकान से दुख रहा है बदन

आज तक उस थकान से दुख रहा है बदन,
एक सफ़र किया था मैंने ख़्वाहिशों के साथ ।।


Aaj tak us thakaan se dukh raha hai badan,
Ek safar kiya tha mainne khvaahishon ke saath ..