फ़ासले तो बढ़ा रहे हो मगर इतना याद रखना

फ़ासले तो बढ़ा रहे हो मगर इतना याद रखना

फ़ासले तो बढ़ा रहे हो मगर इतना याद रखना,
मुहब्बत बार बार इंसान पर मेहरबान नहीं होती.


Faasale to badha rahe ho magar itana yaad rakhana,
Muhabbat baar baar insaan par meharabaan nahin hotee.