ख़ाली नहीं रहा कभी

ख़ाली नहीं रहा कभी

ख़ाली नहीं रहा कभी
आँखों का ये मकान,
सब अश्क़ निकल गये
तो उदासी ठहर गयी।


Khaalee nahin raha kabhee
Aankhon ka ye makaan,
Sab ashq nikal gaye
To udaasee thahar gayee.