होठों जैसे पंखुड़ियाँ मेरी कोमल Neha / Jan 31, 2022 होठों जैसे पंखुड़ियाँ मेरी कोमल होठों जैसे पंखुड़ियाँ मेरी कोमल काँटों से बच के ज़रा कहीं हो न जाओ घायल !! Hothon jaise pankhudiyaan meree komal Kaanton se bach ke zara kaheen ho na jao ghaayal !! Shayari Meri Shayari Rose Day Shayari