हैं होंठ उसके किताबों में लिखी तहरीरों जैसे,

हैं होंठ उसके किताबों में लिखी तहरीरों जैसे,

हैं होंठ उसके किताबों में लिखी तहरीरों जैसे,
ऊँगली रखो तो आगे पढ़ने को जी करता है।


Hain Honthh Uske Kitaabon Mein Likhi Tehreeron Jaise
Ungali Rakho Toh Aage Parhne Ko Jee Chahta Hai.