है दफ़न मुझमे कितनी रौनके मत पूछ ऐ दोस्त

है दफ़न मुझमे कितनी रौनके मत पूछ ऐ दोस्त

है दफ़न मुझमे कितनी रौनके मत पूछ ऐ दोस्त….
हर बार उजड़ के भी बस्ता रहा वो शहर हूँ मैं !!!!!


Hai dafan mujhame kitanee raunake mat poochh ai dost….
Har baar ujad ke bhee basta raha vo shahar hoon main !!!!!