है अजीब शहर की ज़िंदगी

है अजीब शहर की ज़िंदगी

है अजीब शहर की ज़िंदगी
न सफर रहा न क़याम है
कहीं कारोबार सी दोपहर
कहीं बदमिजाज़ सी शाम है।


Hai Ajeeb Shahar Ki Zindgi
Na Safar Raha Na Qayam Hai,
Kahi Karobaar Si Dophar
Kahi Bad-Mijaz Si Shaam Hai.