हादसों के जद आके क्या मुस्कुराना छोड़ देंगे

हादसों के जद आके क्या मुस्कुराना छोड़ देंगे

हादसों के जद आके क्या मुस्कुराना छोड़ देंगे
एक बस्ती बिखर गयी तो क्या बस्ती बसाना छोड़ देंगे


Haadason ke jad aake kya muskuraana chhod denge
Ek bastee bikhar gayee to kya bastee basaana chhod denge