हश्र ऐ मोहब्बत और अंजाम अब ख़ुदा जाने

हश्र ऐ मोहब्बत और अंजाम अब ख़ुदा जाने

हश्र ऐ मोहब्बत और अंजाम अब ख़ुदा जाने

हश्र-ऐ-मोहब्बत और अंजाम अब ख़ुदा जाने
तुझ से मिलकर मिट जाना ही मेरा वजूद था।


Hashr-ai-mohabbat aur anjaam ab khuda jaane
Tujh se milakar mit jaana hee mera vajood tha.