हश्र ऐ मोहब्बत और अंजाम अब ख़ुदा जाने Rajnish / Jan 31, 2022 हश्र ऐ मोहब्बत और अंजाम अब ख़ुदा जाने हश्र-ऐ-मोहब्बत और अंजाम अब ख़ुदा जाने तुझ से मिलकर मिट जाना ही मेरा वजूद था। Hashr-ai-mohabbat aur anjaam ab khuda jaane Tujh se milakar mit jaana hee mera vajood tha. Shayari Hindi Shayari Wajood Shayari